Wednesday 26 February 2014

जान देकर हिफ़ाज़त/Jaan dekar hifazat


दिल में जो ग़लत फ़हमी, तुमने पाली है
खोलोगे जब बंद मुठ्ठी, पाओगे खाली है

साथ दुनियां में कोई, निभाए ना हर पल,
हमसे ही तुम्हारे, होठों पे रहती लाली है

अपनी नज़रों में, नेक़ नियत रख हमेशा,
ख़ुदा हर बंदे की, ख़ुद करता रखवाली है

बाग़ को खून पसीने से, सदा सजाते हैं,
वो कोई और नहीं, गुलशन का माली है

जान देकर हिफ़ाज़त, करते गुलशन का,
उन सपूतों को 'अभी', हर वक़्त ताली है
--अभिषेक कुमार ''अभी''




Dil me jo galat fahmi, tumne pali hai
Khologe jab band muththi, paoge khali hai

Sath duniyan me koi, nibhaye na har pal
Hamse hi tumhare, hothon pe rahti lali hai

Apni nazaron me nek niyat rakh hamesha
Khuda har bande ki, khud karta rakhwali hai

Baag ko khoon pasine s, sadaa sajate hain
Wo koi or nahi, gulshan ka maali hai

Jaan dekar hifazat, karte gulshan kaa
Un saputon ko 'abhi' har waqt taali hai.
—Abhishek Kumar ''Abhi''

16 comments:

  1. SWAGAT HAI. SHUBH KAMANAAYE ABHIJI. UDAY TAMHANEY BHOPAL

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    1. Bahut Bahut Aabhar Sammanit Uday Ji.
      Is Site Ke Saath Judenge To Achchha Lagega.
      Saadar.

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  2. नए ब्लॉग की बधाई व शुभकामनायें .. एक बेहतरीन ग़ज़ल से आगाज़ !

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    1. हार्दिक स्वागत इस प्रांगण में आपका। इस अनमोल उत्साहवर्धन हेतु हार्दिक आभार।
      सादर

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  3. बाग़ को खून पसीने से, सदा सजाते हैं,
    वो कोई और नहीं, गुलशन का माली है ..

    दूसरा कोई सजायेगा भी क्यों कर ... माली ही जानता है उनको संवारने का ढंग ...

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    1. सत्य बात कही आपने। मेरी अभिव्यक्ति को समर्थन करने हेतु आभार
      पर यहाँ माली से तात्पर्य है, हर वो इंसान को माली बनना चाहिए जो गुलशन में रहता है।

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  4. naye blog ke liye badhai aur bahut sari shubhkaamnaye...

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    1. हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएँ प्रदान करने हेतु।
      आपका कृतग्य हूँ।
      सादर

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  5. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएँ प्रदान करने हेतु।
      आपका कृतग्य हूँ।
      सादर

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  6. नए ब्लॉग के लिए बहुत बहुत बधाई !!
    बेहतरीन ग़ज़ल के साथ आगाज .....

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    1. हार्दिक स्वागत इस प्रांगण में आपका। इस अनमोल उत्साहवर्धन हेतु हार्दिक आभार।
      सादर

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  7. बहुत सुन्दर...नए ब्लॉग के लिए शुभकामनायें...

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    1. हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएँ प्रदान करने हेतु।
      आपका कृतग्य हूँ।
      सादर 

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  8. wah wah.....sari posts mujhe behad hi achchi lagi.......
    wo abhi shayad koi problem chal rahi hai so m aapki site hi join nahi kar paa rahi hu..........:-)

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    1. आपका मैं तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ।
      हाँ ! इस परेशानी के बारे में कई मित्रों ने बताया है, अभी ब्लॉगर में कुछ समस्या आ रही है।
      मैं चाहूंगा कि इसका हल जल्दी निकले और आप इस साईट से जुड़ जाएँ।
      आभार

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