हालात से उभरे जज़्बातों का संग्रह Halat se ubhare jazbaton ka sangrah
bahut sundar...
वाह क्या खूब
बहुत सुंदर.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।-- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (01-09-2014) को "भूल गए" (चर्चा अंक:1723) पर भी होगी।--हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।सादर...!डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बेहतरीन प्रस्तुति
वाह अभिषेक भाई , आनंद आ गया , धन्यवाद !Information and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
अच्छी रचना !!manojbijnori12.blogspot.com
सरकश ने जिसको क़लम किया, वही सर जिंदाबाद रहा..,एक तेरी यादों के सिवा इस दिल को कुछ ना याद रहा.., तेरे रब्त ऐ अहले-सनम सब रिश्ते नाते भूल गए.....
वाह बहुत खूब
उम्दा प्रस्तुति
bahut sundar...
ReplyDeleteवाह क्या खूब
ReplyDeleteबहुत सुंदर.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (01-09-2014) को "भूल गए" (चर्चा अंक:1723) पर भी होगी।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह अभिषेक भाई , आनंद आ गया , धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
अच्छी रचना !!
ReplyDeletemanojbijnori12.blogspot.com
सरकश ने जिसको क़लम किया, वही सर जिंदाबाद रहा..,
ReplyDeleteएक तेरी यादों के सिवा इस दिल को कुछ ना याद रहा..,
तेरे रब्त ऐ अहले-सनम सब रिश्ते नाते भूल गए.....
वाह बहुत खूब
Deleteउम्दा प्रस्तुति
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